अंचल में ‘कड़कनाथ’ मुर्गे मुर्गियों की प्रजाति उपलब्ध
फिंगेश्वर :- जे.पी.फाऊंडेशन के पोल्ट्री फार्म में फिंगेश्वर के पास बोरिद में करोना काल में अभिनय प्रयोग करते हुए कड़कनाथ चिकन ब्रीड का पालन किया जा रहा है,जो अंचल में पहला प्रयास है,जे.पी.फाऊंडेशन के संचालक रवि तिवारी और ऋषिता तिवारी ने बताया कि वे लोग क्रिकेट दुनिया के दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी के कड़कनाथ के पोल्ट्री फार्म से प्रभावित होकर कड़कनाथ मुर्गे पालने का कदम उठाया है
जिसमें उन्हें सफलता मिली है,महेंद्र सिंह धोनी ने अपने रांची स्थित पोल्ट्री फार्म में लगभग कड़कनाथ के दो हजार चूजों से शुरूआत की थी,जबकि यहाँ पर दो सौ चूजों से शुरूआत की गई है।
रवि तिवारी ने बताया कि म.प्र.के झाबुआ और छत्तीसगढ़ के बस्तर मूल के कड़कनाथ मुर्गे को स्थानीय भाषा में ‘कालीमासी’ कहा जाता है,यह एक भारतीय प्रजाति का चिकन है,इसकी स्किन से लेकर पंख भी काले होते हैं।
इस की खासियत यह है कि ये इम्यूनिटी बूस्टर और करोना वायरस संक्रमण से लड़ने में सक्षम साबित हो रहे हैं,कलोस्ट्रोल और फैट फ्री होने के साथ हार्ट और डायबीटीज के रोगियों के लिए भी ये चिकन फायदेमंद होता है,रवि तिवारी ने बताया कि उनके पोल्ट्री फार्म में अब कड़कनाथ के सारे चूजे मुर्गे मुर्गियों के रूप में परिवर्तित हो गये हैं और भविष्य में अंडों और चूजों के माध्यम से अंचल में कड़कनाथ मुर्गे की प्रजाति के प्रसार की योजना है।